राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ क्षेत्र में स्थित श्री गोपाल गौशाला, बड़वासी, एक नवस्थापित धार्मिक एवं सामाजिक संस्था है, जिसकी स्थापना 6 अप्रैल 2025, श्री रामनवमी के पावन अवसर पर की गई। इस शुभ अवसर पर परम पूज्य संत श्री प्रकाश दास जी महाराज एवं महंत योगी श्री जीत नाथ जी महाराज के पावन सान्निध्य में भव्य कलश यात्रा, वेद मंत्रोच्चार, गौ पूजन, तथा गौमाता गंगा का प्रवेश विधिवत सम्पन्न हुआ। इस गौशाला की स्थापना का मुख्य उद्देश्य गौ संरक्षण, सेवा और पुनर्वास है, विशेषकर उन गौमाताओं के लिए जो असहाय, बीमार अथवा बूचड़खानों से बचाई गई हैं। यह पवित्र कार्य स्थानीय समाजसेवियों और भामाशाहों के सहयोग से निरंतर प्रगति पर है। गौशाला परिसर में कार्यालय, चारदीवारी, शौचालय, टिन शेड, नांद, मंदिर तथा लेबर रूम जैसी आवश्यक सुविधाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। श्री गोपाल गौशाला, बड़वासी न केवल गौ सेवा का केंद्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की परंपराओं का संरक्षण करने वाली एक जीवंत संस्था भी है। यहाँ परित्यक्त, बीमार और वृद्ध गायों को सुरक्षित आश्रय, समुचित आहार, एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। यहाँ श्रद्धालुगण नियमित रूप से सेवा, दान, एवं पूजन के माध्यम से गौ सेवा में भागीदारी करते हैं। साथ ही यह गौशाला ग्रामीण क्षेत्र में गौ-संवर्धन एवं जैविक खेती को भी प्रोत्साहन प्रदान करती है। श्री गोपाल गौशाला, बड़वासी आज जनमानस के लिए गौरव, श्रद्धा, और संस्कृतिक चेतना का केंद्र बन चुकी है — जहाँ सेवा और संस्कार का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नवलगढ़ क्षेत्र में स्थित श्री गोपाल गौशाला, बड़वासी, एक नवस्थापित धार्मिक एवं सामाजिक संस्था है, जिसकी स्थापना 6 अप्रैल 2025, श्री रामनवमी के पावन अवसर पर की गई। इस शुभ अवसर पर परम पूज्य संत श्री प्रकाश दास जी महाराज एवं महंत योगी श्री जीत नाथ जी महाराज के पावन सान्निध्य में भव्य कलश यात्रा, वेद मंत्रोच्चार, गौ पूजन, तथा गौमाता गंगा का प्रवेश विधिवत सम्पन्न हुआ। इस गौशाला की स्थापना का मुख्य उद्देश्य गौ संरक्षण, सेवा और पुनर्वास है, विशेषकर उन गौमाताओं के लिए जो असहाय, बीमार अथवा बूचड़खानों से बचाई गई हैं। यह पवित्र कार्य स्थानीय समाजसेवियों और भामाशाहों के सहयोग से निरंतर प्रगति पर है। गौशाला परिसर में कार्यालय, चारदीवारी, शौचालय, टिन शेड, नांद, मंदिर तथा लेबर रूम जैसी आवश्यक सुविधाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। श्री गोपाल गौशाला, बड़वासी न केवल गौ सेवा का केंद्र है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की परंपराओं का संरक्षण करने वाली एक जीवंत संस्था भी है। यहाँ परित्यक्त, बीमार और वृद्ध गायों को सुरक्षित आश्रय, समुचित आहार, एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। यहाँ श्रद्धालुगण नियमित रूप से सेवा, दान, एवं पूजन के माध्यम से गौ सेवा में भागीदारी करते हैं। साथ ही यह गौशाला ग्रामीण क्षेत्र में गौ-संवर्धन एवं जैविक खेती को भी प्रोत्साहन प्रदान करती है। श्री गोपाल गौशाला, बड़वासी आज जनमानस के लिए गौरव, श्रद्धा, और संस्कृतिक चेतना का केंद्र बन चुकी है — जहाँ सेवा और संस्कार का अद्भुत संगम देखने को मिलता है।
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